इन फसलों के लिए पाला बनेगा खतरा, बचाव के लिए इस दवा का करें छिड़काव

Published Date: January 6, 2023

GEEKEN CHEMICALS :- किसान भाइयों कड़कड़ाती ठंड की शुरुआत हो गयी है। फसलें भी इस समय लगातार फूल लेने लगी है , ऐसे में कई तरह के रोग – खरपतवार आदि का प्रकोप भी शुरू हो जाता है। ऐसे में फसलों को खरपतवार , रोगों , कीटों साथ ही पाला से बचाने की जरूरत पड़ती है। किसान अगर समय रहते अपनी फसलों को पाले से बचा लेते है तो , इस बार की फसल अच्छी पैदावार प्रदान करेगी। देश में लगातार गहरा कुहरा छाया हुआ है मौसम वैज्ञानिक भी इसे लेकर हाई – एलर्ट जारी कर चुकें है , ऐसे में अब हमें अपने फसलों की शुरुआत करने की जरूरत है।

भारत के अधिकांश राज्यों में आलू , मटर , चना , गेहूं इत्यादि फसलों की बुवाई की जा चुकी है , बस किसान भाइयों को डर है कि पाला इन फसलों को नुकसान न पहुचाएं। वहीं अगर हम तिलहनी फसल की बात करें तो सरसों की बुवाई की जा चुकी है, पाला सबसे ज्यादा नुकसान सरसों को ही पहुंचाता है। ऐसे में कृषि एक्सपर्ट की सलाह को मानकर इन फसलों पर जल्द से जल्द दवाई का छिड़काव करना चाहिए। आज के इस ब्लॉग में हम आपको बताने वाले है कि इन फसलों पर पाला का खतरा बना रहेगा और कौन सी दवा का इसके लिए छिड़काव करना चाहिए।

किसान भाइयों GEEKEN CHEMICALS आपके लिए अलग – अलग तरह के कृषि जगत से जुड़ी जानकारी लेकर आता है। जिसके माध्यम से आप अपने फसलों का उत्पादन बेहतर तरीके से कर सकते हैं। GEEKEN CHEMICALS अलग – अलग तरह का कीटनाशक भी बनाता है , जिसके प्रयोग से फसलों में लगने वाले हानिकारक कीटों , रोगों , खरपतवारों इत्यादि को आसानी से खत्म किया जा सकता है। जीकेन केमिकल्स Top agrochemical companies in INDIA में से एक है। हमारे द्वारा बने प्रोडक्ट पर 10 लाख से भी ज्यादा किसान अपना भरोसा जता रहें है।

पाला क्या है :-

देश के अधिकांश हिस्सों में ठंड जोरो पर पड़ रही है , आने वाला समय और भी खतरनाक होने वाला है। दिन – प्रतिदिन तापमान में भी गिरावट दर्ज की गयी है , ऐसे में सर्दी की फसलों पर भी इसका विपरित प्रभाव पड़ रहा है और परिणाम स्वरूप इसका प्रभाव भी हमारे उत्पादन पर कम हो रहा है। ऐसे में सबसे ज्यादा दिक्क्त पाला पड़ने की वजह से होती है। किसान भाइयों अब आप सोच रहें होने की आखिर पाला क्या होता है। तो किसान भाइयों को बता दूँ कि जब हमारे वायुमंडल का तापमान 0 डिग्री सेल्सीयस से नीचे चला जाता है तो हवा का प्रभाव भी खत्म हो जाता है , जिसकी वजह से पौधों की कोशिका में पानी जम जाता है इसे ही हम पाला कहते है।

पाला पड़ने के लक्षण :-

किसान भाइयों पाला के लक्षण की बात करें तो शाम के समय मौसम एकदम साफ़ रहता है और हवा बंद होती है साथ ही तापमान में भी कमी हो ऐसे मौसम में पाला पड़ने की सम्भावना अधिक होती है। पला की वजह से पौधों की कोशिकाओं को बहुत नुकसान पहुंचता है और कई बार कोशिका बिल्कुल नष्ट हो जाती है। कई बार पाला पड़ने की वजह से पौधे की पत्तियां झुलसने लगती है और पौधे के फूल झड़ने लगते है। पौधे के फूल झड़ने से पैदावार में कमी दर्ज की जाती है। ऐसे में हमें जल्द से जल्द अपनी फसलों को पाला से बचाना चाहिए , जिससे बिना किसी नुकसान के पैदावार अच्छे से हो सके। आइये अब हम जानते है कि कौन – कौन सी फसलों पर पाला का प्रभाव ज्यादा पड़ता है और इसके रोकथाम के लिए हमें कौन सी कैमकल का प्रयोग करना चाहिए। जीकेन रासायनिक प्रोडक्ट बनाने वाली Top 10 agro chemical companies in India में से एक है।

सरसों की फसल में पाला का खतरा :-

पिछले कुछ दिनों से लगातार मौसम में बदलाव हो रहा है , कहीं पर तेज पाला पड़ रहा है तो कहीं पर सर्द हवाएं चल रहीं है। ऐसे में हमें समय रहते फसलों को पाला से बचाने की जरुरत पड़ती है। अगर हम पाला की बात करें तो इसका सबसे ज्यादा प्रभाव सरसों की फसल पर पड़ता है , ऐसे में कई बार पूरी की पूरी फसल बर्बाद हो जाती है। किसान भाइयों को अपने फसल की सुरक्षित उत्पादन पाने के लिए इसपर जल्द से जल्द रासायनिक कैमिकल का प्रयोग करना चाहिए। पाला की वजह से फसलों पर सबसे ज्यादा प्रभाव झुलसा रोग से होता है ऐसे में किसान को समय रहते इसपर दवाई का छिड़काव करना चाहिए और पाने फसल का उत्पादन बेहतर करना चाहिए। सरसों की फसल को पाला से बचाने के लिए GEEKEN CHEMICALS के द्वारा बने प्रोडक्ट का प्रयोग कर सकते है। GEEKEN CHEMICALS ने इस तरह से दवाई को बनाया है , जो बहुत कम समय में पाला के खतरे को दूर करता है।

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गेहूं की फसल को पाला का खतरा :-

सर्दी का प्रकोप बढ़ते ही पाला का प्रकोप भी बढ़ जाता है ऐसे में फसल की पैदावार भी काफी प्रभावित होती है। किसान भाइयों को अपने गेहूं की फसल के बेहतर पैदावार के लिए इन्हे सुरक्षित रखने की जरूरत है। गेहूं की फसल को वैसे तो ज्यादा नुकसान नहीं होता है लेकिन पाले की वजह से कई बार इसकी फसल पूरी तरह प्रभावित हो जाती है , ऐसे में हमें इसकी सुरक्षा का भी विशेष रूप से ध्यान रखना चाहिए। किसान भाइयों अगर पीला के वजह से आपके गेहूं की फसल प्रभावित हो रही है तो आपको GEEKEN CHEMICALS के द्वारा बने प्रोडक्ट का प्रयोग करना चाहिए।

आलू की फसल को पाला का खतरा :-

ठंड के बढ़ने के साथ ही आलू पर भी पाला का खतरा मड़रानें लगा है। सुबह -शाम पड़ने वाली ठंड आलू की फसल को प्रभावित कर सकती है। किसान भाइयों देश के कई हिस्सों में आलू की फसल पीले पड़ने लगी है , इसके साथ ही फसल के ग्रोथ में भी प्रभाव देखने को मिला है। कृषि एक्सपर्ट की मानें तो ठंड में काफी इजाफा हुआ है जिसकी वजह से आलू की फसल में झुलसा रोग लग सकता है ऐसे में किसान भाइयों को सावधान रहने की जरूरत है। पाला लगने की वजह से जलीय घोल ठोस बर्फ में बदल जाता है। आलू की पत्तियां एवं फूल मुरझा जाती है , जिससे आलू का उत्पादन भी काफी प्रभावित होता है। ऐसे में किसान भाइयों को अपने फसल को बचाने की जरूरत है। पाला की वजह से कई बार आलू की पत्तियों में धब्बे दिखाई पड़ने लगते है , जो आगे चलकर आलू के कंद सहित पूरी फसल को अपने आगोश में ले लेते है। अगर आलू के फसल में पाले से बचाव की बात करें तो किसान GEEKEN CHEMICALS के द्वारा बने दवाई का प्रयोग कर सकते है। यह रासायनिक कैमिकल बहुत जल्द अपना असर शुरू करता है और पाले से फसल को बचाता है। जीकेन रासायनिक प्रोडक्ट बनाने वाली Top 10 agro chemical companies in India में से एक है।

मटर की फसल को पाला का खतरा :-

मटर की फसल में भी दिन – प्रतिदिन पाला का खतरा बढ़ता जा रहा है। ऐसे में किसान भाइयों को इसके देखभाल करने की जरूरत है। कोहरा और पाला की वजह से मटर की फसल में ज्यादातर बुकनी रोग लग जाता है। इस रोग के लक्षण की बात करें तो पत्तियों पर डंठल पर सफ़ेद कीड़े जैसे दाग दिखाई पड़ने लगते है इससे पौधों की प्रकाश संश्लेषण की क्रिया भी बंधित होती है ऐसे में किसान बहियों को अपने फसल की सुरक्षा का विशेष रूप से ध्यान रखना चाहिए , जिससे फसल को नुकसान न पहुँच सकें। किसान भाइयों अगर आपके मटर की फसल में पाले का प्रकोप है तो आप GEEKEN CHEMICALS के द्वारा बने प्रोडक्ट का प्रयोग कर सकती है। GEEKEN CHEMICALS ने पाले से बचाने के लिए शानदार दवाई का निर्माण किया है , जिसके प्रयोग मात्र से पाले का असर खत्म हो जाता है।

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निष्कर्ष :-

आज के इस ब्लॉग में हमने जाना की कौन – कौन सी फसलें है , जिनपर पाले का प्रकोप ज्यादा होता है। किसान भाइयों अपने फसलों के बेहतर उत्पादन के लिए पाला और रोगों , कीटों से बचाने की जरूरत है। समय रहते किसान अगर पाले से अपने फसल की सुरक्षा नहीं करते है तो पूरी की पूरी फसल खराब हो जाती है , जिससे किसान भाइयों को बहुत नुकसान पहुँचता है। ऐसे में किसान भाई अपने फसल को पाले से बचा सकें इसके लिए GEEKEN CHEMICALS के द्वारा बने प्रोडक्ट का प्रयोग कर सकते है। आज के समय में 10 लाख से भी ज्यादा किसान GEEKEN CHEMICALS पर अपना भरोसा जता रहें है।