आलू की अच्छी पैदावार के लिए क्या करें यहां जानिए आलू की खेती करने की सबसे अच्छी विधि

Published Date: January 10, 2023

GEEKEN CHEMICALS :- आलू की उत्पत्ति वैसे तो दक्षिण अमेरिका में हुई थी लेकिन आज के समय में इसकी खेती सबसे ज्यादा भारत में की जाती है। हमारे देश में चावल , गेहूं , गन्ना के बाद सबसे ज्यादा खेती आलू की की जाती है। आलू एक ऐसी फसल है ,जिसकी मांग भी हमारे बाजारों में हमेशा रहती है। किसान भाइयों आलू की खेती हम नगदी फसल के रूप में करते है, ऐसे में यह सभी सब्जियों का राजा कहा जाता है। आलू में सबसे ज्यादा स्टार्च, प्रोटीन, विटामिन-सी और खनिज लवण प्रचुर मात्रा में पाई जाती है। आलू की अच्छी पैदावार प्राप्त करने के लिए किसान अलग – अलग तरह की विधि को भी अपना रहे है। ऐसे में आज के इस ब्लॉग में हम आपको बताने वाले है की आलू के ग्रोथ के लिए हमें क्या करना चाहिए और इसके फसल को खरपतवार से कैसे बचाए। तो चलिए शुरू करते है आज का ब्लॉग , अगर अच्छा लगे तो इसे शेयर जरूर करियेगा।

आप यह ब्लॉग GEEKEN CHEMICALS के द्वारा पढ़ रहे है। हम आपके लिए अलग – अलग तरह की जानकारी लेकर आते है और आपके फसल के बेहतर उत्पाद के लिए मदद करते है। इसके आलावा किसान भाइयों आप अपने फसल के बेहतर उत्पादन के लिए हमारे द्वारा बनाये हुए रासायनिक कैमिकल भी प्रयोग कर सकते है। आज के समय में भारत के 10 लाख से भी ज्यादा किसान अपना भरोसा GEEKEN CHEMICALS पर जता रहे है। इसके अलावा हम फसलों में लगने वाले रोग, कवक , कीट , खरपतवार आदि को खत्म करने के लिए भी कीटनाशक बनाते है। जीकेन BEST Agrochemical Companies in INDIA में से एक है।

आलू की खेती के लिए जलवायु :

आलू की खेती के लिए हमें समशीतोष्ण जलवायु की जरूरत पड़ती है। ऐसे में भारत के किसान इसकी खेती प्रमुखता से करते है। आलू का सबसे ज्यादा उत्पादन उत्तर प्रदेश में किया जाता है। इसके अच्छे फसल उत्पादन के लिए 18-20 डिग्री सेल्सियस तापकम होना चाहिए। कन्द के बनते समय अगर इससे ज्यादा तापमान होता है तो फसल को नुकसान पहुँचती है। ऐसे में कई बार आलू का कन्द बनना भी रुक जाता है। ऐसे में किसान भाइयों को सही तरह की जलवायु में आलू की खेती करना चाहिए।

आलू की भूमि का उचित प्रबंधन :-

किसान भाइयों आलू की खेती को अलग – अलग तरह की भूमि पर आसानी से किया जा सकता है। इसकी खेती अलग तरह की भूमि पर की जा सकती है। आलू की खेती के लिए भूमि का पी.एच. मान 6 से 8 के मध्य होना चाहिए। इसकी खेती के लिए बलुई दोमट मिट्टी सबसे अच्छी मानी जाती है। किसान आलू के फसल के लिए खेत की जुताई 3 -4 बार हैरो या कल्टीवेटर से कर सकते है। किसान इसकी जितनी बार जुताई करेंगे ढेले उतना जल्दी टूटते है और खेत में नमी भी बनी रहती है। आज के समय में रोटावेटर के द्वारा भी जुताई करके इसके फसल की अच्छी व शीघ्र पैदावार प्राप्त की जा सकती है। आलू के फसल को बुवाई करने से पहले खेत को पलेव कर लेना चाहिए।

आज के समय में आलू की बुवाई मध्य सितम्बर से अक्टूबर के प्रथम सप्ताह में की जाती है वहीं इसके फसल की मुख्य बुवाई अक्टूबर महीने में की जाती है।

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आलू की अच्छी पैदावार के लिए क्या करें :-

किसान भाइयों फसल की अच्छी पैदावार के लिए सबसे ज्यादा जरुरी है बीजों का चुनाव। अगर किसान बीज का चुनाव गलत तरीके से करते है तो पूरी पैदावार प्रभवित हो जाती है ऐसे में आप इसके बीज का चुनाव सही तरीके से करके अच्छी पैदावार कर सकते है।

किसान भाइयों को आलू की बुवाई से पहले इसके अनुपात का भी निर्धारण पहले कर लेना चाहिए। अगर आप सही अनुपात में इसकी खेती करते है तो पैदावार भी काफी अच्छी होती है ऐसे में सही अनुपात में ही बुवाई करना चाहिए।

बिजाई करते समय आलू के सेहतमंद और स्वस्थ बीज का चुनाव करना चाहिए। आप इसका चुनाव आलू को तौल कर भी कर सकते है।

आलू को अगर आपने कोल्ड स्टोरेज में रखा है तो बिजाई करने से पहले वहां से निकालकर कुछ दिनों के लिए धूप में रखना चाहिए। धूप में रखने के बाद अगर आप आलू की खेती करते है तो पैदावार काफी अच्छा होता है।

सही तरह के रासायनिक कैमिकल और खाद का निर्धारण :-

किसान भाइयों किसी भी फसल के अच्छे पैदावार के लिए खाद महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। अगर आप अपनी फसल में सही तरीके का खाद डालते है तो रोग कम लगती है साथ ही पैदावार भी अच्छी होती है। ऐसे में सही तरीके के खाद का प्रयोग करना बहुत जरुरी है। किसान भाइयों आप अपने आलू की पैदावार को बढ़ाने के लिए GEEKEN CHEMICALS के द्वारा बने रासायनिक कैमिकल का प्रयोग कर सकते है। आलू की ग्रोथ के लिए Narachi और Bulandi का प्रयोग कर सकते है। आज के समय में GEEKEN Best Plant Growth Regulators company in India में से एक है।

आलू की पैदावार और खुदाई :-

आलू की फसल जमीन के अंदर होती है ऐसे में हमें आलू की कटाई की जगह इसकी खुदाई की जाती है। किसान भाइयों को आलू की खुदाई करने से पहले सिंचाई बंद कर देनी चाहिए। आलू की खुदाई करने से पहले पत्तियों को काट देना चाहिए ऐसा करने से आलू की त्वचा मजबूत हो जाती है। आलू की खुदाई करने से पहले इसे 3 -4 दिन कहीं छायादार वाली जगह पर रखना चाहिए जिससे छिलके मजबूत हो जाए और आलू में लगी मिट्टी भी अलग हो जाए।

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निष्कर्ष :-

किसान भाइयों आज के इस ब्लॉग में हमने जाना की आलू की अच्छी पैदावार के लिए हमें क्या करना चाहिए। आशा करता हूँ की किसान भाइयों को हमारी यह जानकारी पसंद आयी होगी। इसलिए किसान हमारे इस ब्लॉग को अपने सोशल मीडिया के माध्यम से शेयर भी कर सकते है। आज के समय में आलू की खेती करके किसान काफी अच्छा मुनाफा कमा रहे है , ऐसे में इसकी खेती करना काफी फायदें का सौदा हो सकता है। वहीं किसान अगर फसल में ग्रोथ चाहते है तो GEEKEN CHEMICALS के द्वारा बने सर्वोत्तम क्वालटी के प्रोडक्ट का प्रयोग कर सकते है। जीकेन के द्वारा बने रासायनिक प्रोडक्ट को खरीदने के लिए कॉल (+91 – 9999570297) करें।