हमारे रसोई में तेजपत्ता का अपना एक अलग ही महत्व है। तेजपत्ता एक तरह का मसाला है , जिसका प्रयोग हम किसी भी व्यंजन को स्वादिष्ट बनाने के लिए करते है। तेजपत्ता का प्रयोग वेज खानें के साथ – साथ नॉनवेज के लिए भी किया जाता है। कई बार तो घर की औरतें तेजपत्ता का प्रयोग सब्जी, दाल आदि चीजों में तड़का लगाने के लिए भी करती है। ज्यादातर हम तेजपत्ते को बाजार से ही खरीदते है। लेकिन आज के इस ब्लॉग के माध्यम से आपको अब बाजार जानें की जरूरत नहीं पड़ेगी क्योंकि आज हम आपको इस ब्लॉग के माध्यम से बताने वाले है की गार्डन में या फिर गमले में तेजपत्ता का पौधा कैसे उगाया जा सकता है। अगर आप गार्डिंग करने का शौक रखते है तो आज का यह ब्लॉग आपके लिए बहुत ही कामगार होने वाला है। लेकिन दोस्तों ब्लॉग को पूरा अंत तक पढ़ना और अच्छा लगे तो शेयर जरूर करना।
आप यह ब्लॉग GEEKEN CHEMICALS के द्वारा पढ़ रहें है। हम आप तक खेती – बाड़ी से जुडी हुई जानकारी पहचानें का काम करते है। अगर आप हमारे ब्लॉग को निरंतर पढ़ते है तो आपको अपने फसल के बेहतर उत्पादन के लिए नई – नई जानकारियाँ मिलती रहेंगी। GEEKEN CHEMICALS कई वर्षों से फसल के बेहतर उत्पादन के लिए अलग – अलग तरीके का कीटनाशक भी बना रहा है। जिसका प्रयोग करके आप अपने फसल का बेहतर तरीके से उत्पादन भी कर सकते है।
• बीज
• गमला
• खाद
• मिट्टी
• पानी की उचित व्यवस्था
Contents
कैसे करें बीज का चुनाव
किसी भी पेड़ या पौधे को लगाने के लिए जरुरी है की बीज का सही होना। अगर बीज का सही तरीके से चुनाव नहीं करते है तो आप कितना भी मेहनत कर लें पौधा कभी भी अच्छा नहीं होगा। इसलिए हमेशा बीज का चुनाव अच्छे से व किसी अच्छी कंपनी के द्वारा बना हुआ ही लेना चाहिए। इसलिए अगर आप तेजपत्ता का पौधा गमला में उगाना चाहते है तो बीज का चुनाव हमेशा अच्छे से करें। इसके लिए आप अपने नजदीकी किसी अच्छे बीज स्टोर पर जाकर तेज पत्ते के बीज को खरीद सकते है। बीज भंडारण में अच्छे से अच्छे किस्म का बीज हमेशा उपलब्ध होता है। आप तेजपत्ते का चुनाव सीड या पौधा दोनों ही रूपों में में कर सकते है।
बीज लगाने के मिट्टी करें तैयार
दोस्तों बीज के चुनाव के बाद समय आता है अच्छी मिट्टी चुनने का। क्योंकि मिट्टी ही है जो किसी फसल के पैदावार में अहम भूमिका निभाती है। तेजपत्ता को आप जिस जगह पर उगाना चाहते है इसके लिए जरुरी है की मिटटी का चुनाव पहले से कर लें और उस मिट्टी को एक से दो बार खोदकर कुछ दिनों के लिए ऐसे ही छोड़ दें। तेजपत्ता के बुवाई से पहले मिटटी में कुछ जैविक खाद डालकर मिक्स कर दें। ऐसा करने से खरपतवार उगने के चांस कम होते है। आप इसके बाद में तेजपत्ता के बीज को लगभग 1-2 इंच मिट्टी में अच्छे से दबाकर ऊपर से मिटटी को दाल दें। मिटटी डालने के बाद ऊपर से पानी जरूर डालें लेकिन यह ध्यान रहें कभी भी पानी का प्रयोग ज्यादा न करें।
अगर दोस्तों आप तेजपत्ता को गमले में ऊगा रहें है तो सबसे पहले मिट्टी में आपको खाद को डालना होगा और उसे अच्छी तरह से मिक्स करना होगा। जिसके बाद आप गमले में पौधे या बीज को बीचों – बीच डालकर मिटटी दाल दें और मिट्टी को अच्छी तरह से दबा दें। मिट्टी को दबानें के कुछ देर बाद एक से दो मग पानी जरूर डालें।
कैसे खाद का करें प्रयोग
किसी भी पेड़ पौधे के लिए खाद का सही होना बहुत जरुरी है। अगर सही तरीके से खाद का चुनाव नहीं करेंगे तो पौधे में लगने वाले लोग पौधे को पूरी तरीके से खत्म कर देंगे। इसलिए आप हमेशा अच्छे क्वालटी के खेद का चुनाव करें। दोस्तों आप चाहें तो इसके पौधे में उगने वाले खरपतवार को खत्म करने के लिए Indias no 1 Agrochemicals Company जीकेन कैमिकल के द्वारा निर्मित कीटनाशक का प्रयोग कर सकते है। जिसे आप अपने नजदीकी बाजार में जाकर आसानी से खरीद सकते है। इसके अलावा आप फल के छिलके या फिर बची हुई चाय पत्ती, बचा हुआ चावल आदि का प्रयोग भी आप खाद के रूप में कर सकते है।
कीट को खत्म करने के लिए क्या करें
दोस्तों तेजपत्ते में कभी – कभी मौसमी कीड़े के साथ अन्य कीड़ों का भी आक्रमण हो जाता है , जो इसकी पैदावार को बहुत प्रभावित करता है। इसके लिए जरुरी है की समय से आप इसपर कीटनाशक का प्रयोग करें। नेचुरल तरीके से बनाये हुए कीटनाशक के साथ आप कैमिकल स्प्रे का प्रयोग भी कर सकते है। अगर आप कैमिकल स्प्रे करना चाहते है तो BEST Agrochemical Company In India द्वारा निर्मित कीटनाशक का प्रयोग कर सकते है। दोस्तों अगर हम भारत की बात करें तो GEEKEN CHEMICALS एक बेहतरीन तरीके का कीटनाशक प्रदान करता है। जिसका प्रयोग करके आप फसल में लगने वाले कीटों को आसानी से खत्म कर सकते है। इसके अलावा आप चाहें तो नीम का पत्ता, नींबू का रस, पुदीना का पत्ता, बेकिंग सोडा, सिरका आदि चीजों के मिश्रण से स्प्रे बनाकर छिड़काव क्र सकते है। जो बहुत ही फायदेंमंद है और इससे पौधे की ग्रोथ भी जल्दी होती है।
सिचाई और मौसम का विशेष रूप से रखें ध्यान
तेजपत्ता को गमले में लगाने के बाद समय – समय पर पानी और खाद डालना बहुत जरुरी है। जब इसका पौधा बड़ा होने लगे तो आप आस -पास की मिट्टी को हटाकर खाद मिक्स कर दें। खाद के अलावा आप पानी डालना न भूलें। जब तक पौधा पूरी तरह से बड़ा न हो जाये तेज धुप न लगने दें। ऐसे में पौधा मुरझाने लगता है। कई बार तो पौधे के अगल – बगल तरह – तरह की घास भी दिखने लगती है। ऐसे में समय – समय पर जंगली घास की सफाई जरूर करें। तेजपत्ता के पत्ते खाने योग 6 -7 महीने में हो जाते है। आप चाहें तो इसके पत्ते को तोड़कर तेज धुप में सूखा भी सकते है। अगर आप इस तरह से तेजपत्ता का पौधा उगाते है तो आपको कभी भी बाजार जानें की जरूरत नहीं पड़ेगी।
निष्कर्ष
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गमले में तेजपत्ता उगानें के लिए सामग्री
दोस्तों आज के इस ब्लॉग में हमनें जाना की तेजपत्ता के पौधे को गमले में कैसे उगाया जा सकता है। आशा है कि आप सभी को हमारा यह ब्लॉग बहुत पसंद आया होगा। इसलिए आप से निवेदन है की हमारे इस ब्लॉग को अपने सोशल मीडिया के माध्यम से शेयर जरूर करें , जिससे और भी लोगों तक यह जानकारी आसानी से उपलब्ध हो सके। इसी तरह से खेती – बाड़ी से जुडी जानकारी के लिए जुड़े रहें GEEKEN CHEMICALS के साथ। GEEKEN CHEMICALS सबसे अच्छे तरीके का कीटनाशक भी बनाता है, इसलिए किसान भाई अपने फसल की जरूरत के हिसाब से कीटनाशक का प्रयोग भी आसानी से कर सकते है। अगर आप हमारे कीटनाशक को खरीदना चाहते है तो हमें कॉल (+91 – 9999570297) भी कर सकते है।