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तिल भी भारत के प्रमुख फसल में से एक है। इसकी खेती कम पानी वाले इलाके में की जाती है। इसकी खेती किसान कम पैसे में करके अच्छा मुनाफा कमा सकते है। पिछले कुछ समय में तिल के तेल की मांग में काफी वृद्धि हुई है। इसलिए इसकी खेती करना किसान भाइयों के लिए काफी फायदें का सौदा हो सकता है। तिल की खेती शुद्ध एवं मिश्रित तरह से की जाती है। भारत के कुछ राज्यों में तिल को ज्वार बाजरा अरहर जैसी फसलों के साथ मिश्रित करके पैदा किया जाता है। अगर इसके खेती करने वाले राज्यों की बात करें तो इसमें उत्तर प्रदेश , राजस्थान , मध्य प्रदेश , बिहार , सहित कई राज्यों में की जाती है। आज के समय में तिल की खेती काफी लाभकारी साबित हो सकती है। आज के इस ब्लॉग में हम जानेंगे की तिल की खेती कैसे की जाती है।

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Contents

तिल की खेती

इसकी खेती के लिए सबसे पहले हमारे पास जल निकासी की अच्छे से व्यवस्था होनी चाहिए। खेत की जुताई गहरी मिट्टी पलटने वाले कल्टीवेटर एवं हैरों से करवाना चाहिए। अच्छी पैदावार के लिए आप इसकी फसल में गोबर का प्रयोग कर सकते है। लेकिन गोबर का प्रयोग करने से पहले खेत को अच्छी तरह से समतल कर लेना चाहिए जिससे बरसात के मौसम में पानी रुकने की सम्भावना न रहें। अगर बरसात में तिल की फसल में पानी लग जाता है तो पूरी फसल बर्बाद हो जाती है।

तिल की उन्नत किस्में

किसी भी फसल के अच्छी पैदावार के लिए बीज का अच्छा होना जरुरी है। हर राज्य में जलवायु के आधार पर इसकी अलग- अलग किस्मो को बोया जाता है। किसान भाइयों को इसके बीज का चुनाव अपने राज्य के जलवायु और मिट्टी के आधार पर करना चाहिए। इसका पता लगानें के लिए आप कृषि केंद्र पर जा सकते है या फिर आपने अगल – बगल के किसान भाइयों से मिल सकते है।

तिल की बिजाई का समय

तिल की खेती ज्यादातर जून के अंतिम सप्ताह से लेकर जुलाई के दूसरे पखवाड़े तक किया जाता है। इसकी बिजाई हमेशा लाइन में करनी चाहिए। यदि मासिक के द्वारा इसकी बिजाई की गयी तो ज्यादा अच्छा रहता है। वहीँ एक लाइन से दूसरे लाइन की दूरी 30 से 45 सेंटीमीटर होना चाहिए। कभी भी इसके बीज को ज्यादा गहराई में नहीं बोना चाहिए नहीं तो पैदावार कम होती है।

तिल की खेती के लिए मिट्टी का चयन

तिल की फसल के लिए शीतोषण जलवायु सबसे अच्छी मानी जाती है। ज्यादा सूखा और ज्यादा बरसात के मौसम में इसकी खेती नहीं करनी चाहिए। वहीँ अगर इसके फसल के लिए भूमि की बात करें तो दोमट मिटटी इसके लिए सबसे अच्छी मानी जाती है। तिल के फसल को पीएच 5.5 से 8.2 तक की भूमि में उगाया जा सकता है। इसके आलावा आप तिल की खेती को बलुई दोमट से काली मिट्टी में किया जा सकता है। किसान इसकी फसल के बुवाई से पहले मिटटी का चयन अच्छे से करना चाहिए क्योंकि अगर मिटटी अच्छी नहीं होगी तो फसल का उत्पादन घट जायेगा।

कैसे करें खेत तैयार

तिल की फसल के लिए किसान को खरपतवार का विशेष ध्यान देना चाहिए। खेत में खरपतवार बिलकुल भी नहीं होना चाहिए। जब खेत से खरपतवार पूरी तरह से खत्म हो जाएँ तब इसकी जुताई करवाकर बीज को बोना चाहिए। किसान इसकी जुताई के लिए कल्टीवेटर का इस्तेमाल कर सकते है। वहीँ जुताई के बाद गोबर का खाद जरूर डालें।

तिल के बुवाई का तरीका

भारत में तिल की बुवाई छिटकाव विधि के द्वारा की जताई है। लेकिन इसके लिए किसान भाइयों को तिल की बुवाई कतारों में करनी चाहिए नहीं तो निराई – गुड़ाई के समय समस्या आती है। कतारों में बुवाई करने पर एक तरह जहां निराई गुड़ाई की समस्या नहीं होती वहीं पैदावार भी ज्यादा होता है। बीजों का समान रूप से वितरण हो सकें इसके लिए आपको बीज में अच्छे से गोबर का खाद या फिर सुखी मिटटी को मिलाकर बोना चाहिए। हमेशा कतार से कतार की दुरी और पौधे से पौधे के बिच की दुरी का निर्धारण करके ही तिल की बुवाई करनी चाहिए। इससे फसल की पैदावार अच्छी होती है।

जानिए कब करनी चाहिए तिल की कटाई

तिल की कटाई पत्तियों के पीले होने पर कर लेनी चाहिए। इसकी कटाई पेड़ सहित नीचे की तरफ करनी चाहिए। कटाई के बाद किसान इसका बण्डल बनाकर खेत में खड़ा कर सकते है। जब तिल के पौधे अच्छे से सुख जाएं डंडे की मदद से इसे पीटकर झाड़ लेना चाहिए। जिसके बाद तिल का बीज निकलकर तैयार हो जायेगा। किसान भाई जिसके बाद इस तिल के बीज से तेल प्राप्त कर सकते या फिर इसे ऐसे भी बेच सकते है। आज के समय में यह सबसे अच्छी फसल है जिसके द्वारा किसान खेती करके अच्छा पैसा कमा सकते है।

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निष्कर्ष

किसान भाइयों आज हमने जाना की तिल की उत्तम खेती कैसे की जाती है। आशा है कि आप सभी को हमारा यह ब्लॉग पसंद आया होगा। हम आप तक कृषि से जुडी जानकारी इसी तरह से लातें रहेंगे लेकिन इसके लिए आपको हमारे ब्लॉग को शेयर करना पड़ेगा। जिससे और भी किसान भाई इस जानकारी को हांसिल कर सके। आप GEEKEN CHEMICALS के माध्यम से अपने फसलों में लगने वाले कीट और रोग को भी खत्म कर सकते है। इसके लिए आपको हमारे कीटनाशक को प्रयोग करना पड़ेगा। जिसे हम भारत में सबसे अच्छे तरीके से बनाते है। जीकेन केमिकल्स BEST Pesticides Manufacturers in INDIA करने वाली कंपनी है। आप हमारे कीटनाशक को खरीदने के लिए कॉल (+91 – 9999570297) भी कर सकते है।