पत्ता गोभी के खरपतवार को खत्म करने के सबसे आसान उपाय
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आज के समय में पत्ता गोभी हमारी प्रमुख सब्जी में से एक है। जिसकी खेती भी लगातार भारत के अलग -अलग राज्यों में की जा रही है। इसकी खेती मैदानी और पहाड़ी दोनों तरह के क्षेत्रों में की जाती है। किसान भाइयों पत्ता गोभी की स्टोरेज क्षमता काफी अधिक होती है , इसलिए आप इसे बाजार की जरूरत के अनुसार अपने खेतों में कुछ दिनों के लिए रोक भी सकती है। जब आपको लगे की इसके दाम अच्छे मिल रहें है तो, इसकी कटाई करके नजदीकी बाजार में जाकर बेचा जा सकता है। हमारे घरों में पत्ता गोभी का प्रयोग सब्जी, कढ़ी, सलाद, अचार, पकौड़ा इत्यादि चीजें बनाने के लिए किया जाता है। इसमें पाचन शक्ति को बढ़ानें की भी क्षमता होती है , इसलिए इसके नियमित रूप से प्रयोग करने पर कई तरह की बीमारी का खात्मा हो सकता है। अगर हम कृषि एक्सपर्ट कि मानें तो पत्ता गोभी में खनिज, जल तथा विटामिन भी पाए जाते है। किसान भाइयों अगर आप भी पत्ता गोभी की खेती बेहतरीन तरीके से करते है तो घर बैठे ही अच्छा पैसा कमा सकते है। आज के इस ब्लॉग में हम आपको पत्ता गोभी की खेती कैसे करें इसके बारें में जानकारी प्रदान करने वाले है।
आप यह ब्लॉग GEEKEN CHEMICALS के द्वारा पढ़ रहें है। जो Best Agrochemical Company in India में से एक है। आज देश के अलग – अलग राज्यों में हम फसल के बेहतर उत्पादन के लिए काम कर रहें है। हमारे कैमिकल का प्रयोग करके किसान अपने फसल में लगने वाले कीटों , रोगों, खरपतवार आदि को आसानी से खत्म कर सकते है। अगर आप भी अपने फसल की ग्रोथ बढ़ाना चाहते है या हानिकारक कीटों , रोगों , को खत्म करना चाहते है तो आज ही अपने नजदीकी बाजार में जाकर इसे खरीद सकते है।
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भारत में पत्ता गोभी की खेती के लिए उपयुक्त जलवायु
किसान भाइयों हम सभी जानते है कि भारत देश के अलग – अलग राज्यों से मिलकर बना है और इसका क्षेत्रफल बड़ा होने के कारण मानूसन भी अलग – अलग समय पर आते है। जिसके बारें में जानकारी रखना किसानों के लिए बहुत जरुरी है। अगर आप मानसून की अच्छे से जानकारी नहीं रखते है तो इसका असर फसल पर पड़ सकता है। अगर आप पत्ता गोभी की खेती करने जा रहें है तो इसके लिए ठंडी तथा आर्द्र जलवायु की जरूरत पड़ती है। इसके पौधों को अधिक ठंड और पाले की वजह से नुकसान पहुँचता है। बरसात के मौसम में इसका तापमान अनुकूल से भी कम रहता है , जिसकी वजह से गाठों का आकार छोटा और इसके स्वाद में भी बदलाव आ जाता है। इसके खेती के लिए 15 से 20 डिग्री सेंटीग्रेट तापमान की जरूरत पड़ती है। अगर आप बताएं हुए तापमान के अनुसार खेती करते है तो निश्चित ही अच्छी पैदावार देखने को मिलेगी।
भारत में पत्ता गोभी की खेती के लिए मिट्टी का चुनाव
किसी भी फसल की बुवाई करने से पहले मिट्टी का सही तरीके से चुनाव होना भी बहुत जरुरी है, क्योंकि मिट्टी ही है जो फसलों , पौधों , को बढ़ानें में मदद करती है। अगर आप सही तरीके से मिट्टी का चुनाव नहीं करते है तो पूरी फसल बर्बाद हो सकती है। मिट्टी के बारें में अगर आपको सही जानकारी नहीं मिल पा रही है तो आप हमारे ब्लॉग को पढ़तें रहें , जहां हम फसलों से जुडी चीजों की जानकारी को आसानी से पहुचातें है। किसान भाइयों अगर आप पत्ते गोभी की खेती करने जा रहें है तो इसके लिए दोमट मिट्टी सबसे अच्छी मानी जाती है। लेकिन इसकी खेती करते समय किसान भाइयों को यह ध्यान में रखना है कि खेत ज्यादा जलभराव वाला न हो , नहीं तो इसके पौधे सड़ने लगते है।
पत्ता गोभी के पौधे के लिए खेत की तैयारी
किसान भाइयों जब भी आप किसी भी फसल की खेती करने जाए तो खेत की अच्छे से जुताई करवाए , जिससे खरपतवार कम उग सकें। खरपतवार ही है , जो हमारी फसलों को नुकसान पहुचातें है। किसान भाइयों अगर आप पत्ता गोभी की खेती करने जा रहें है तो सबसे पहले अच्छे जल निकासी वाले खेत का चुनाव करिए। जिसके बाद हैरो से जुताई करवाकर खेत की मिट्टी को पलटवा दें , ऐसा करने से खेत में पनप रहें खरपतवार के पुराने अवशेष खत्म हो जाते है। किसान भाइयों ऐसा करने के बाद आप कुछ दिनों तक खेत को खुला छोड़ सकते है। बुवाई करने से कुछ दिन पहले खेत को अच्छे से सिचाई कर दें। अगर खरपतवार दोबारा फिर से दिखाई पड़ रहें है तो,इसके लिए आप 2 -3 बार गहरी जुताई कर सकते है। पत्ता गोभी के पौधे के लिए खेत का भुरभुरा होना जरुरी है।
जानिए भारत में कब की जाती है पत्ता गोभी की बुवाई
किसान भाइयों हम पत्ता गोभी को साल में दो बार ऊगा सकते है। लेकिन इसकी तैयारी किसान भाइयों को पहले से कर लेना चाहिए। जिससे फसल का अच्छे से उत्पादन किया जा सकें।
किसान भाइयों अगर आप गर्मी के मौसम में पत्ता गोभी की खेती करना चाहते है तो इसकी बिजाई नवंबर – दिसंबर के महीनें में जरूर कर दें। लेकिन अगर बरसात के मौसम में आपको पत्ता गोभी की खेती करनी है तो इसके लिए बिजाई मई, जून व जुलाई में किया जाता है।
किसान भाइयों अगर आप पत्ता गोभी की अगेती खेती करना चाहते है तो इसके लिए आप अगस्त-सितम्बर के मध्य तक नर्सरी में बीज की बुवाई कर सकते है। वहीँ पछेती खेती के लिए सितम्बर व अक्टूबर का महीना सबसे अच्छा होता है। इसी तरह से बरसात के मौसम में अगेती खेती के लिए मार्च अप्रैल में नर्सरी आसानी से तैयार कर सकते है। पछेती के लिए मई – जून के अंत में नर्सरी को तैयार करना चाहिए।
कैसे करना चाहिए पत्ता गोभी की सिचाई
गोभी के फसल की सिचाई हमें आवश्यकता के अनुसार करना चाहिए इससे पौधे में नमी बनी रहती है। अगर बारिश के मौसम में नमी नहीं है तो किसान भाइयों हमें इसकी सिचाई कर देनी चाहिए। सितम्बर महीने के बाद 10 -15 दिनों के अंतराल पर हमें इसकी सिचाई करते रहना चाहिए। जिससे फसल की पैदावार अच्छे से की जा सकें।
कैसे करें पत्ता गोभी के खरपतवार का नियंत्रण
किसान भाइयों फसलों में अक्सर बुवाई के कुछ दिन के बाद खरपतवार उगने लगते है। जिसे खत्म करने के लिए आप दो – तीन निराई – गुड़ाई कर सकते है। इसके अलावा आप GEEKEN CHEMICALS के द्वारा बनें कीटनाशक का भी प्रयोग कर सकते है। जीकेन कैमिकल ने खरपतवार को खत्म करने के लिए कई तरह के खरपतवारनाशी कैमिकल को बना रखा है , लेकिन अगर आप गोभी की फसल में उगने वाले खरपतवार को खत्म करना चाहते इसके लिए G-Pendi (Pendimethalin 30% EC) प्रयोग कर सकते है। जिसका छिड़काव करने के थोड़ी देर बाद ही आपको इसका असर दिखने लगेगा।
कब करना चाहिए पत्ता गोभी की फसल की निराई – गुड़ाई
किसान भाइयों हमें पौधों के विकास के लिए समय – समय पर निराई – गुड़ाई करते रहना चाहिए। ऐसा करने से पौधे तेजी से बढ़ते है और मिट्टी भी ढीली हो जाती है। जिसका सीधा असर पौधों पौधों की पैदावार पर पड़ता है। अगर बारिश की वजह से इसके जड़ों के पास से मिट्टी हट गई है तो हल्की सी मिट्टी भी चढ़ा सकते है।
पत्ता गोभी की फसल में कीट रोकथाम
पत्ती भक्षक कीट- किसान भाइयों पत्ते गोभी की फसल के लिए यह कीट बहुत ही खतरनाक होते है क्योंकि इसकी वजह से पूरी पैदावार तहस – नहस हो जाती है। यह कीट ज्यादातर पत्ता गोभी की पत्तियों को खातें है।
रोकथाम
इस तरह के कीट का समय रहते रोकथाम करना बहुत जरुरी है। अगर किसान भाई इसके रोकथाम में देरी करते है तो इसका प्रभाव फसल पर पड़ेगा और पैदावार भी कम होगी। आप इस तरह के कीटों के रोकथाम के लिए GEEKEN CHEMICALS के द्वारा बनें कीटनाशक का प्रयोग कर सकते है। GEEKEN CHEMICALS ने इस कीट को खत्म करने के लिए Stello (Emamectin Benzoate 5% SG) का उत्पादन किया है , जिसके प्रयोग से कीट को आसानी से खत्म किया जा सकता है। GEEKEN CHEMICALS Best Agrochemical Company in India में से एक है।
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निष्कर्ष
आप यह ब्लॉग GEEKEN CHEMICALS के द्वारा पढ़ रहें है। आज के इस ब्लॉग में हमनें जाना की पत्ता गोभी की खेती कैसे की जा सकती है और इसके खरपतवार को कैसे खत्म किया जा सकता है। आशा है कि किसान भाइयों को हमारा यह ब्लॉग पसंद आया होगा। आप हमारे इस ब्लॉग को सोशल मीडिया के माध्यम से भी शेयर कर सकते है , जिससे यह जानकारी और भी किसान भाइयों तक पहुँच सकें। किसान भाइयों अगर आप भी अपने फसलों की ग्रोथ चाहते है तो GEEKEN CHEMICALS का प्रयोग जरूर करें। हमारे कैमिकल को खरीदने के लिए आप हमें कॉल (+91 – 9999570297) भी कर सकते है।
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